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जवानी की दौर में इंसान इतनी गफलत में आ जाता है के उसको पता ही नहीं चल रहा होता के वो क्या बोल रहा है, क्या कर रहा है, और क्या सुन रहा है।
કોઈપણ લીડર તેમના લોકોને કાતો તરક્કીના પંથ પર લઈ જાય છે કાતો ગુમરાહ કરે છે.
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